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काल सर्प दोष

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कैसे जानकारी करें

व्यक्ति के जन्मांग चक्र में राहु और केतु की स्थिति आमने सामने की होती है। दोनों 180 डिग्री पर रहते हैं। यदि बाकी सात ग्रह राहु केतु के एक तरफ हो जाएं और दूसरी ओर कोई ग्रह न रहे, तो ऐसी स्थिति में कालसर्प योग बनता है। इसे ही कालसर्प दोष कहा जाता है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को शुभ फल देने वाला नहीं माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में यह दोष लग जाता है उसे सफलता बहुत देरी से मिलती है। हालांकि कालसर्प योग का निर्धारण करते समय अत्यंत सावधानी बरतनी चाहिए। प्रत्येक काल सर्प दोष के निवारण के लिए अलग अलग उपाय विधियां हैं।

काल सर्प दोष मुख्य रूप से 12 प्रकार के होते हैं। जिसका निर्धारण जन्मकुंडली देख कर किया जा सकता है।  - अनंत काल सर्प योग, कुलिक काल सर्प योग, वासुकि काल सर्प योग, शंखपाल कालसर्प योग, पद्म काल सर्प योग, महा पद्म काल सर्प योग, तक्षक काल सर्प योग, कर्कोटक काल सर्प योग, शंखचूड़ काल सर्प योग, घातक काल सर्प योग, विषधर काल सर्प योग, शेषनाग काल सर्प योग


जीवन में प्रभाव

जिस व्यक्ति की कुंडली में कालसर्पयोग होता है, उसे विवाह में देरी, पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं और पैतृक संपत्ति की हानि, वाहन दुर्घटना और आत्मविश्वास की कमी, कर्ज, व्यापार या नौकरी के मोर्चे में समस्या, वित्तीय समस्याएं, कानूनी समस्याओं से लेकर कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मुकदमा या कारावास।अनंत काल सर्प दोष तब होता है जब लग्न में राहु और सप्तम में केतु हो। जातक को सफल जीवन जीने के लिए कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है। पेशेवर करियर और शिक्षा में भी जातक को बहुत कष्ट होता है। कम शुक्राणुओं की संख्या या नपुंसकता। देर से शादियाँ और शादी करने के प्रयासों में कई असफलताएँ। मस्तिष्क और बुद्धि की धीमी वृद्धि। अक्सर दुःस्वप्न, जादू या दूसरों द्वारा किए गए जादू से प्रभावित। ऐसी मान्यता है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में यह दोष लग जाता है उसे सफलता बहुत देरी से मिलती है। ऐसे व्यक्ति को हर काम में बाधा का सामना करना पड़ता है। कहते हैं कि ऐसा व्यक्ति जैसे ही सफलता को अपनी ओर आते देखता है वैसे ही सफलता उससे दूर होनी शुरू हो जाती है।

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उज्जैन में विशेष सुविधा

उज्जैन में काल सर्प दोष शांति के लिए आप हमारे यहाँ उज्जैन ( अवंतिका नगरी  ) - "राम घाट" स्थान पर आ सकते हैं।  हमारे यहाँ पर अनुष्ठान कार्य के लिए पूर्व में ही दिनांक निश्चित की जा सकती है।  आपको किसी भी प्रकार का पूजा पाठ का सामान इत्यादि नहीं लाना होता। तय दिनांक पर आपके लिए विशेष विद्वान को अनुबंधित रखा जाता है तथा सभी आवश्यक सामान एवं सुविधाओं को तैयार रखा जाता है।  

पूर्व सूचना देने के लिए आप नीचे दिए गए फॉर्म को भर कर "सबमिट" करें।  हम यथा शीघ्र आपको कॉल करके आपके संभावित प्रश्नों का हल करेंगे तथा आपके लिए दिनांक व समय निश्चित करेंगे।

हमारे यहाँ कोरोना काल में बिना उज्जैन आये भी अनुष्ठान की व्यवस्था है। हम लाइव टेलीकास्ट द्वारा आपके लिए अनुष्ठान कार्य करेंगे  जिसे आप अपने स्थान पर बैठे हुए देख पायेंगे तथा अपनी उपस्थिति दे पायेंगे।


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